दुर्गानगर भूपतवाला में पिछले लंबे समय से पीने के पानी का संकट बना है। अधिकारियों से शिकायत के बाद भी समस्या का समाधान नहीं हो सका। क्षेत्र के लोगों का कहना है कि तीन तीन पेयजल लाइन होने के बाद भी पानी नसीब नहीं हो पा रहा।
पूर्व पार्षद सतेंद्र वर्मा, भाजपा नेता नाथीराम प्रजापति, पप्पू आदि ने बताया कि पिछले तीन महीने से हजारों की आबादी वाले इस क्षेत्र में लोग पेयजल संकट का सामना कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि पहले नगरपालिका के पास ही जलापूर्ति की व्यवस्था थी। तब की पाइप लाइन से लोगों को पानी मिलता रहा है। कुंभ 2010 में एक नई पाइप लाइन डाली गई जो जमीन के अंदर दबी पड़ी है। उसमें जब पानी छोड़ा जाता है तो पाइप लाइन फट जाती है। पेयजल संकट का समाधान करने के लिए अब अमृत योजना से तीसरी पाइप लाइन भी डाल दी गई है, लेकिन उसको कहीं जोड़ा नहीं गया है। पुरानी लाइन से ही थोड़े समय के लिए पानी आता है। क्षेत्र की पेयजल समस्या के स्थायी समाधान के लिए नगरपालिका ने प्राइमरी पाठशाला नंबर 44 में एक ओवरहेड टैंक भी बनाया था, लेकिन जल संस्थान उसको भरता नहीं है। .........................दुर्गानगर क्षेत्र में पेयजल का संकट है, लेकिन उतना नहीं जितना लोग शिकायत कर रहे। संकट का एक कारण तो यह है कि दुर्गानगर ऊंचाई वाला क्षेत्र है और सुबह 10 बजे से शाम 4 बजे तक वहां पानी चढ़ता नहीं है। अमृत योजना में डाली गई नई पाइप लाइन को जल्दी चालू कराने का प्रयास किया जा रहा है।-- राकेश चंद्र बमराड़ा, अपर सहायक अभियंता जल संस्थान