रुड़की: जनवरी में दिए गए बकाया वसूली के लक्ष्य से जल संस्थान चूक गया है। उच्चाधिकारियों की ओर से जनवरी में एक करोड़ रुपये बकाया वसूली का लक्ष्य दिया गया था। जबकि, विभाग की ओर से लगभग 52 लाख रुपये की ही बकाया वसूली की जा सकी है। ऐसे में अब विभाग को अभियान में तेजी लाने की जरूरत है। जागरण संवाददाता, रुड़की: जनवरी में दिए गए बकाया वसूली के लक्ष्य से जल संस्थान चूक गया है। उच्चाधिकारियों की ओर से जनवरी में एक करोड़ रुपये बकाया वसूली का लक्ष्य दिया गया था। जबकि, विभाग की ओर से लगभग 52 लाख रुपये की ही बकाया वसूली की जा सकी है। ऐसे में अब विभाग को अभियान में तेजी लाने की जरूरत है।
बकाया वसूली अभियान को लेकर जल संस्थान के उच्चाधिकारियों की ओर से सख्त निर्देश दिए गए हैं। इसके तहत जनवरी में पेयजल के बकायेदारों से एक करोड़ रुपये की बकाया वसूली करने का लक्ष्य दिया गया था। इस कार्य में विभाग ने 30 से अधिक कर्मचारियों को ड्यूटी पर लगाया हुआ है। ये सभी कर्मचारी बकायेदारों के घर-घर जाकर बकाया वसूली कर रहे हैं। साथ ही बकाया चुकाने में आनाकानी करने वाले बकायेदारों को नोटिस दिया जा रहा है। इसके बावजूद जनवरी में बकाया वसूली के लक्ष्य से विभाग चूक गया है। 31 जनवरी तक विभाग करीब 52 लाख रुपये की ही वसूली कर सका है। ऐसे में विभाग को अभियान में तेजी लाने की आवश्यकता है ताकि 31 मार्च तक कुल सात करोड़ रुपये के बकाया वसूली के लक्ष्य तक विभाग पहुंच सके। उधर, जल संस्थान के सहायक अभियंता राजेश कुमार निर्वाल के अनुसार जनवरी में निर्धारित लक्ष्य के अनुसार बकाया वसूली नहीं हो सकी। आगे अभियान में और तेजी लाने के प्रयास किए जाएंगे।