रुड़की: स्पर्श कुष्ठ जागरूकता अभियान के तहत शुक्रवार को कलियर में एक जागरूकता रैली का आयोजन किया रुड़की: स्पर्श कुष्ठ जागरूकता अभियान के तहत शुक्रवार को कलियर में एक जागरूकता रैली का आयोजन किया गया। रैली में शामिल स्कूली बच्चों और स्वास्थ्य कर्मियों ने लोगों को कुष्ठ रोग के प्रति जागरूक करने को लेकर पर्चे बांटे। साथ ही 'कुष्ठ के विरुद्ध, आखिरी युद्ध' जैसे नारे लगाकर लोगों को कुष्ठ रोग के प्रति जागरूक करने का प्रयास किया।
स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय भारत सरकार की ओर से राष्ट्रीय कुष्ठ उन्मूलन कार्यक्रम चलाया जा रहा है। इसके तहत स्पर्श कुष्ठ जागरूकता अभियान-2020 चलाकर लोगों को जागरूक किया जा रहा है। इसे लेकर शुक्रवार को अभियान की सुपरवाइजर मनीषा भटनागर के नेतृत्व में कलियर स्थित राजकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय के बच्चों के सहयोग से कुष्ठ रोग उन्मूलन दिवस के उपलक्ष्य में जागरूकता रैली का आयोजन किया गया। रैली में शामिल स्वास्थ्य कर्मियों, विद्यालय स्टाफ और बच्चों ने लोगों को कुष्ठ रोग के प्रति जागरूक किया। रैली के दौरान लोगों को बताया गया कि उंगलियों में कमजोरी, शरीर पर सुन्न दाग, दाग में लाल धब्बे के साथ सूजन, नसों में मोटापन के साथ दर्द और आंखों को बंद करते हुए परेशानी जैसे लक्षण होने पर तुरंत सरकारी अस्पताल के चिकित्सकों से संपर्क करें। कुष्ठ का उपचार पूरी तरह से संभव है। सरकारी अस्पतालों में इसकी जांच और दवा आदि पूरी तरह मुफ्त है। इस मौके पर प्रधानाध्यापक नूर आलम, मोहम्मद जुबैर आलम, संदीप सैनी, सुदेश पाल, फूल शहजादी, तब्बसुम आरा, परवेज आलम, अरविद कुमार चौबे एवं सत्यवीर सिंह आदि मौजूद रहे।
मंगलौर: नारसन विकास खंड के स्वास्थ्य विभाग के सुपरवाइजर देवेंद्र कुमार शर्मा की देखरेख में शुक्रवार को केवल कन्या पाठशाला इंटर कॉलेज की छात्राओं ने कुष्ठ रोग उन्मूलन जागरूकता रैली निकाली। रैली कस्बे के विभिन्न मोहल्लों से होकर गुजरी। इस दौरान लोगों को बताया गया कि कुष्ठ रोग का उपचार संभव है। प्रधानाचार्य डॉ. सविता वत्स ने कहा कि जागरूकता एवं सावधानी से कई रोगों का उपचार संभव है। लोगों को जागरूक रहना चाहिए। कई रोग तो लापरवाही के कारण पनपते हैं। इस मौके पर पूनम शर्मा, शिवानी राणा, नेहा अग्रवाल आदि मौजूद रहे।